वैष्णो देवी मंदिर में सातवें दिन हुई मां कालरात्रि की भव्य पूजा
Faridabad : महारानी श्री वैष्णो देवी मंदिर में सातवें दिन मां कालरात्रि की भव्य पूजा अर्चना की गई. मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने पूजा अर्चना का शुभारंभ करवाया. इस अवसर पर भक्तों ने मंदिर में पहुंच कर माता कालरात्रि की पूजा अर्चना में हिस्सा लिया. इस अवसर पर मंदिर संस्थान के चेयरमैन प्रताप भाटिया. सोनिया बत्रा. नीलम मनचंदा. अंजू भड़ाना और नीरज कुमार ने माता के दरबार में अपनी हाजिरी लगाई. इस अवसर पर मंदिर संस्थान के प्रधान जगदीश भाटिया ने आए हुए अतिथियों को माता की चुनरी और प्रसाद भेंट किया. इसके पश्चात श्री भाटिया ने श्रद्धालुओं को माता कालरात्रि की महिमा से अवगत करवाते हुए कहा किnनवरात्रि के सातवें दिन देवी दुर्गा के मां कालरात्रि स्वरूप की पूजा की जाती है. मान्यता है कि देवी के इस रूप की आराधना करने से साधक बुरी शक्तियों से दूर रहते हैं और अकाल मृत्यु का भय नहीं रहता. यह भी माना जाता है कि इनकी पूजा करने से सिद्धियां प्राप्त होती हैं.
देवी दुर्गा के सातवें स्वरूप की पूजा सुबह और रात्रि दोनों समय की जाती है. इनकी आराधना करने से पहले देवी काली की प्रतिमा के आसपास गंगाजल का छिड़काव करें. इसके बाद घी का दीपक जलाएं. फिर आप रोली, अक्षत, गुड़हल का फूल माता की तस्वीर के सामने अर्पित करें. अंत में आप पूरे परिवार के साथ कपूर या दीपक से माता की आरती करें और जयकारे लगाएं. आप सुबह शाम आरती करने के साथ दुर्गा चालीसा या सप्तशती का पाठ भी कर सकते हैं. इसके अलावा आप मां कालरात्रि की रुद्राक्ष की माला से मंत्रों का जाप करें. यह भी बहुत फलदायी होता है. कालरात्रि को गुड़ से बनी चीजों का भोग लगाएं. यह माता को बहुत प्रिय है. श्री भाटिया ने कहा कि माता कालरात्रि की सच्चे मन से पूजा करने वाले भक्तों की अरदास जरूर पूरी होती है.