सीएम खट्टर का ऐलान- हरियाणा में नहीं लगेगा लॉकडाउन, पलायन न करें प्रवासी श्रमिक
फरीदाबाद : [मामेन्द्र कुमार ] देशभर में बेकाबू होती कोरोना महामारी के बीच हरियाणा में लॉकडाउन की अफवाहों पर विराम लगाते हुए मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने कहा है कि राज्य में लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा।
खट्टर ने ‘हरियाणा की बात’ कार्यक्रम के माध्यम से मंगलवार को टेलीविजऩ पर सीधे प्रदेश की जनता को सम्बोधित करते हुए कहा कि कोरोना से बचाव के लिए सभी तरह के नियमों का सख्ती से पालन सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने श्रमिकों से अपील की कि वे निश्चिंत होकर अपने कार्य में लगे रहें, किसी प्रकार से घबराने की जरूरत नहीं है। उन्हें किसी प्रकार की कोई कठिनाई नहीं आने दी जाएगी। सरकार उनके साथ खड़ी है।
उन्होंने कहा कि गत वर्ष लॉकडाउन लगने के कारण अर्थव्यवस्था का चक्र रुकने से कई श्रमिकों को समस्या का सामना करना पड़ा था, लेकिन इस बार मजदूरों और कामगारों विशेषकर दैनिक और मासिक वेतन पर काम करने वालों के हितों को ध्यान में रखते हुए, हरियाणा में कोई लॉकडाउन नहीं लगाया जाएगा। उन्होंने राज्य के लोगों को आश्वासन दिया कि सरकार कोविड-19 मामलों में हो रही वृद्धि के कारण उत्पन्न किसी भी परिस्थिति से निपटने के लिए तैयार है। पर्याप्त चिकित्सा व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए सरकार ने हाल ही में पानीपत में 500 से 1000 बेड वाले कोविड अस्पताल की स्थापना के लिए डीआरडीओ के अधिकारियों के साथ बातचीत की है। इस अस्पताल का उपयोग आपातकालीन स्थिति में किया जाएगा।
अस्पतालों में अभी ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं
खट्टर ने कहा कि प्रदेश एक बार फिर कठिन दौर से गुजर रहा है। कोरोना मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है, जो चिंताजनक है। गत डेढ़ माह में एक दिन में कोरोना के नए मामलों की संख्या लगभग 7000 तक पहुंच गई है। इससे निपटने के लिए स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज की अध्यक्षता में राज्य स्तरीय कोविड मॉनिटरिंग कमेटी का गठन किया गया है जो राज्य में कोविड की स्थिति पर निरंतर निगरानी रख रही है। उन्होंने कहा कि अस्पतालों में ऑक्सीजन, आईसीयू बेड, वेंटिलेटर, मास्क और पीपीई किट आदि की पर्याप्त मात्रा है। अस्पतालों में अभी ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। पानीपत के ऑक्सीजन प्लांट में लिक्विड ऑक्सीजन का उत्पादन हो रहा है।
कोरोना मरीजों को प्राथमिकता दें निजी अस्पताल
उन्होंने कहा कि जिन मरीजों को कोरोना संक्रमण से अधिक परेशानी नहीं है अर्थात लक्षण बहुत कम हैं, उन्हें होम आइसोलेशन में रखा जा रहा है। जिनके पास घर में आइसोलेशन की व्यवस्था नहीं हैं, उनके लिए 526 जिला कोविड केंद्र बनाए गए हैं। इन केंद्रों में लगभग 45 हजार बेड की व्यवस्था है। प्रदेश में 281 कोविड अस्पताल हैं, जिनमें लगभग 21 हजार बेड की व्यवस्था है। उन्होंने निजी अस्पतालों से भी अपील की कि वे पहली प्राथमिकता कोरोना मरीजों को दें। निजी अस्पतालों के लिए कोरोना के इलाज के खर्च की सीमा आठ हजार रुपये से लेकर 18 हजार रुपये तक प्रति दिन निर्धारित की गई है।
टेस्टिंग की संख्या बढ़ाकर 40,000 प्रतिदिन कर दी गई
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में टेस्टिंग की संख्या बढ़ाकर लगभग 40,000 टेस्ट प्रतिदिन कर दी गई है। इसके अलावा, प्रदेश में प्रतिदिन 70 हजार से ज्यादा लोगों को कोविड-19 वैक्सीन लगाई जा रही है। अब तक लगभग 33 लाख लोगों का टीकाकरण किया जा चुका है। इसी कड़ी में 20 अप्रैल से अगले पांच दिनों तक टीकाकरण महाअभियान चलाया जाएगा जिसमें अधिकाधिक लोगों का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाएगा। उन्होंने एक मई से 18 साल से ऊपर की आयु वाले सभी लोगों का टीकाकरण करने के निर्णय के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार व्यक्त किया।
मुख्यमंत्री ने कहा कि गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी गेहूं की खरीद कोरोना के साए में हो रही है। इस बार भी प्रदेश सरकार की ओर से मंडियों और व खरीद केंद्रों में कोविड प्रोटोकॉल का पालन सुनिश्चित किया जा रहा है। इस बार 396 मंडियों के साथ 77 खरीद केंद्र बनाए गए हैं। लगभग 60 लाख टन गेहूं मंडियों में आ चुका है। इसमें से 53 लाख टन की खरीद की जा चुकी है और 25 लाख टन का उठान हो चुका है। अब तक प्रदेश के किसानों को सीधे उनके खातों में लगभग 2785 करोड़ रुपये का भुगतान किया जा चुका है।