गृह सचिव से पूछा-बताओ कौन है सही, आइपीएस अधिकारियों की खींचतान में गृह मंत्री विज का दखल
अंबाला : प्रदेश में चुनिंदा आइपीएस अफसरों की चुनावी ड्यूटी में पुलिस आब्जर्वर की ड्यूटी को लेकर आइपीएस अधिकारियों की चल रही कागजी जंग में प्रदेश के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने दखल दिया है। विज ने दैनिक जागरण में प्रकाशित खबर का हवाला देते हुए राज्य के गृह सचिव राजीव अरोड़ा से पूछा है कि इस मामले में असलियत क्या है, बताई जाए।
पुलिस महानिदेशक मनोज यादव और आइपीएस माटा रवि किरण के बीच में चुनावी ड्यूटी को लेकर चल रहे पत्राचार में विरोधाभास है। डीजीपी ने चुनावी ड्यूटी चुनाव आयोग द्वारा लगाए जाने की बात लिखी जबकि माटा रवि किरण का कहना है कि ड्यूटी राज्य सरकार के अधिकार क्षेत्र का मामला है। इसी प्रकार आइपीएस श्रीकांत जाधव ने भी चुनावी ड्यूटी सिर्फ उनकी बार-बार लगाने पर आपत्ति उठाई थी। अब विज के दखल के बाद चुनावी ड्यूटी को लेकर चल रहे भेदभाव का अंत हो जाएगा।
इस बात पर छिड़ा है विवाद
दैनिक जागरण ने आइजी और डीजीपी में कागजी जंग शीर्षक से 22 अप्रैल के अंक में खबर प्रकाशित कर मामले का पर्दाफाश किया था। आइपीएस माटा रवि किरण ने तामिलनाडु चुनाव में फिर से ड्यूटी पर एतराज जताया था। इसी को लेकर डीजीपी ने 9 मार्च 2021 को आइपीएस अधिकारी को पत्र लिखकर संतुष्ट करने का प्रयास और अनुशासन में रहने की बात कहीं थी। डीजीपी का कहना था कि चुनाव आयोग अधिकारियों की लिस्ट मांगता है जो उपलब्ध करा दी जाती है। इसके बाद आयोग ही तय करता है कि किन-किन अधिकारियों को चुनावी ड्यूटी पर भेजना है।
अब बनाई जा सकती है पॉलिसी
इसी पत्र पर असंतुष्ट होते हुए माटा रवि किरण ने फिर से डीजीपी को पत्र लिख कहा था कि सूचना अधिकार के तहत वह जानकारी प्राप्त कर चुके हैं कि पुलिस आब्जर्वरों की तैनाती संबंधित राज्य व केंद्रशासित प्रदेश के निर्णय पर ही होती है। कागजी जंग में चल रहे विरोधाभास पर प्रदेश के गृह मंत्री अनिल विज ने पहल की है। विज के दखल के बाद संभव है कि अब चुनावी डयूटियों को लेकर कोई पाॅलिसी भी बनाई जा सकती है।
इस तरह हुआ था विवाद
असम, केरल, पुडुचेरी, बंगाल और तामिलनाडू में विधानसभा के चुनावों में हरियाणा आइपीएस अधिकारियों की ड्यूटी लगाई जानी थी। लगातार ड्यूटी पर दो आइपीएस अधिकारियों ने भेदभाव और बिना पॉलिसी ड्यूटी लगाने पर सवाल उठाए गए थे।
आठ साल में पांचवीं बार ड्यूटी
माटा रवि किरण ने पत्र में लिखा था उनकी पांचवीं चुनाव ड्यूटी लगाई गई। सन 2013 में राजस्थान (विधानसभा), 2014 में बंगाल (लोकसभा) और जम्मू कश्मीर (विधानसभा) व 2019 भी जम्मू कश्मीर (लोकसभा) में लगा दी तथा अब 2021 में तामिलनाडु में चुनाव ड्यूटी लगा दी।
छठी बार ड्यूटी लगने से खफा श्रीकांत जाधव
श्रीकांत जाधव ने कहा था उनकी भी पांच बार चुनाव ड्यूटी लग चुकी है। सन 2021 में छठी बार उनकी बतौर चुनाव आब्जर्वर ड्यूटी लगाई गई। सन 2011 में उत्तर प्रदेश विधानसभा, 2012 में कनार्टक विधानसभा, 2014 में बंगाल में लोकसभा, 2017 में उत्तराखंड में विधानसभा तथा साल 2019 में कश्मीर में लोकसभा चुनावों में उनकी ड्यूटी लग चुकी है। सन 2021 में उनको असम में ड्यूटी के लिए नाम सूची में है, लेकिन उनको रिजर्व श्रेणी में रखा गया है।