फरीदाबाद के आम आदमी पार्टी नेता राजकुमार गीदाभबकियो से नही डरने वाले
फरीदाबाद : [ मामेन्द्र कुमार ] फरीदाबाद से आम आदमी पार्टी के नेता राजकुमार को कोरोना महामारी के समय गरीबों के लिए आवाज उठाने के विषय पर शहर के शरारती तत्वों द्वारा धमकी दी जाती है जिसके बारे में राजकुमार अपना एक वीडियो बनाकर लोगों तक यह जानकारी साझा करना चाहते हैं जिसमें उन्होंने बताया कि वह मौजूदा सरकार में होने वाले काले बाजारी और लापरवाही के खिलाफ आवाज उठाते रहेंगे भले ही उन्हें कोई कितनी ही धमकियां क्यों ना दे दे।
राजकुमार ने कहा कि राजकुमार तुम लोगों से डरने वाला नहीं है मुझे अन्याय के खिलाफ और जो केंद्र सरकार गलत कर रही है उसके खिलाफ बोलने से कोई नहीं रोक सकता यह बोलते हुए राजकुमार ने सीधे-सीधे केंद्र सरकार पर निशाना साधा और यह भी कहा कि यह सिर्फ वह नहीं रोड पर मरते लोग लापरवाही के कारण जान गवा रहे लोग इस बात का गवाह है हॉस्पिटलों में जाएं तो मरीजों को बेड रहने के बावजूद भी जगह नहीं दी जाती है इन सभी बातों के साथ राजकुमार ने बाबा की इस महामारी में केंद्र सरकार लोगों का फायदा उठा रही है । फरीदाबाद के सिस्टम की हालत ऐसी हो चुकी है कि अस्पतालों में बिस्तर नहीं और श्मशान में जलाने के लिए जगह भी कम पड़ चुकी है केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए उन्होंने केंद्र सरकार को मनहूस की कहा जो इन चीजों पर रोकथाम करने में असमर्थ है।
राजकुमार ने कहा कि जब से सरकार आई है इनकी किसी ना किसी मूवी के कारण निर्दोषों की जान जा रही है उन्होंने यह भी कहा कि ऐसी सब चीजें ऐसी सरकार के दौरान ही क्यों हो रही है केंद्र सरकार उन्होंने विपत्ति की सरकार बताया और कहा कि चारों तरफ त्राहिमाम का कारण मौजूदा सरकार और यह सब बातें उन्हें बोलने से कोई नहीं रोक सकता। शरारती तत्वों द्वारा राजकुमार को धमकाया गया तो वीडियो में भड़क उठे रात को और कहा कि जाकर महंगाई को धमका महामारी को धमका राजकुमार को धमकाने की कोशिश केंद्र सरकार बिल्कुल ना करें। अंत में राजकुमार ने यह भी कहा कि यूपी में आम आदमी पार्टी के उम्मीदवार जो जीते हैं वे सभी काबिलियत तारीफ है और मैं उन सभी को बधाई देना चाहता हूं ।
देश में जो महामारी फैल रही है इसका एकमात्र कारण केंद्र सरकार को बताते हुए राजकुमार ने सीधे-सीधे केंद्र सरकार पर निशाना साधा और उन को धमकी देने वाले शरारती तत्वों को यह भी जता दिया कि वह किसी से डरने वाले नहीं है अब देखना यह है कि विपक्ष का इस बयान के बाद क्या रवैया रहता है