हैदराबाद में लॉकडाउन की उड़ी धज्जियां, ईद की खरीदारी के लिए निकल पड़े लोग, बाजार ठसाठस भरे
तेंलंगाना सरकार की चिंता पहले ही 60 हजार एक्टिव केस बढ़ा रहे थे। उस पर ईद की खरीदारी ने होश उड़ा दिए हैं। गुरुवार को जिस तरह से लोग हैदराबाद के चारमीनार इलाके में उमड़े उसने तेलंगाना सरकार के होश फाख्ता कर दिए हैं। पहले ही कोरोना की मार से कराह रहे सूबे के लिए ये भीड़ परेशानी का सबब बन सकती है।
समूचे तेलंगाना में बुधवार से दस दिनों का लॉकडाउन लगा हुआ है। सुबह 6 से 10 बजे तक ही लोगों को जरूरी चीजें खरीदने के लिए राहत दी जाती है। इसके बाद लोगों को घरों में ही कैद रहना पड़ता है। सरकार कितनी संजीदा है इसका पता इस बात से ही लगाया जा सकता है कि लोगों से घर में ही नमाज पढ़ने के लिए लगातार आग्रह किया जा रहा है। हैदराबाद के सांसद ओवैसी भी लोगों से इस तरह के अपील कर रहे हैं। उनका मानना है कि भीड़ खतरा बन सकती है।
अलबत्ता, मदीना के बाजार में गुरुवार को जिस तरह से लोगों का हुजूम दिखा, उसने सरकार को चिंताग्रस्त कर दिया है। हालांकि, कोरोना कर्फ्यू के मद्देनजर कारों पर बैन लगाया गया है, लेकिन बावजूद इसके हैदराबाद के कई इलाकों में जाम की स्थिति दिखी
तेलंगाना में कोरोना से अब तक 27 सौ से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। हालांकि, सूबे में कोरोना संक्रमित मरीजों का रिकवरी रेट 86.94 फीसदी है, पर आंध्र प्रदेश में कोरोना की स्थिति भयावह होती जा रही है। इसकी सीमा तेलंगाना के साथ लगती है। तेलंगाना समेत अब तक देश के अधिकतर राज्यों ने कोरोना पर काबू पाने के लिए लॉकडाउन लगाने का ऐलान किया है। कोरोना की दूसरी लहर से देश में हालात काफी बदतर हो गए हैं। एक्सपर्ट्स ने तीसरी लहर की चेतावनी जारी दी है, जिसको देखते हुए सभी राज्य सख्त पाबंदियां लगाकर संक्रमण को काबू में करने की कोशिश कर रहे हैं।
तेलंगाना के गृह मंत्री मोहम्मद महमूद अली का कहना है कि रमजान के दौरान मस्जिदों में एक बार में केवल चार लोगों को नमाज पढ़ने की इजाजत दी गई है। कोरोना पिछली बार से ज्यादा मार कर रहा है। इसी वजह से कड़ी एहतियात जारी की गई हैं। उनका कहना है कि वायरस को फैलने की अनुमति किसी तरह से नहीं दी जा सकती।