CM नीतीश को लिखा लेटर, कहा- हमारी 50 एंबुलेंस चलाने और मेंटेनेंस की जिम्मेदारी जिला प्रशासन को दें
भास्कर ने कांग्रेस के जनप्रतिनिधियों द्वारा दिए जाने वाले कुल 50 एंबुलेंस को लेकर सवाल उठाया था। सवाल यह कि इन एंबुलेंस का संचालन कैसे होगा? ड्राइवर का वेतन, डीजल-पेट्रोल का खर्च और बाकी मेंटेनेंस कैसे पूरा होगा? इसके बाद कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. मदन मोहन झा और कांग्रेस विधानमंडल दल के नेता अजीत कुमार शर्मा ने संयुक्त रूप से राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को एक सुझाव पत्र भेजा है।
एंबुलेंस के निर्बाध संचालन की पूर्ण व्यवस्था करवाएं
पत्र में कहा है कि सरकारी प्रबंधन और अस्पतालों में सुविधाओं की कमी के कारण बड़ी संख्या में लोगों की मौत हुई है। कांग्रेस पार्टी केवल आलोचनाएं करने में विश्वास नहीं करती बल्कि उन्हें दूर करने में सहयोग देने में भी विश्वास रखती है। इसलिए कांग्रेस पार्टी ने निर्णय लिया है कि सभी विधायक स्थानीय स्तर पर अस्पतालों में जो कमियां या खूबियां हैं, उनके बारे में आपको सीधे जानकारी देंगे।
कांग्रेस के सभी विधायकों-सांसदों ने निर्णय लिया है कि जीवनरक्षक सभी उपकरणों से सुसज्जित आधुनिक एंबुलेंस अपने क्षेत्र और अपने जिले में देंगे। इसके लिए आपके स्तर से जिलाधिकारी को निर्देश दिया जाना आवश्यक है कि वह एंबुलेंस की अविलंब खरीद कर उसके निर्बाध संचालन की पूर्ण व्यवस्था करवाएं। सभी विधायकों की 2 करोड़ की राशि जो सरकार द्वारा वापस ले ली गई है, उसका उपयोग उनके ही क्षेत्र के स्वास्थ्य संबंधी कार्यक्रमों में किया जाए और उसकी मॉनिटरिंग की जिम्मेदारी संबंधित विधायक को दी जाए।
हर विधायक को जिला प्रशासन हेल्थ बुलेटिन उपलब्ध कराए
दोनों ने मांग की है कि प्रत्येक विधायक को जिला प्रशासन द्वारा स्वास्थ्य संबंधित बुलेटिन मुहैया करवाई जाए, जिससे कोरोना संबंधित जानकारी का निर्बाध आदान-प्रदान हो सके। पत्र में टीकाकरण की सुस्त प्रक्रिया पर चर्चा की गई है। कहा गया है कि केंद्र सरकार द्वारा राज्यों को वैक्सीन उपलब्ध करवाने की जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं हो रहा है। केंद्र सरकार की अवैज्ञानिक सोच और असाधारण चुप्पी का इस महामारी में बहुत बड़ा योगदान है।