अस्पतालों में कोरोना के नाम पर हो रही ठगी पर रोक लगाने के लिए बनाई गई कमेटी: स्पीकर
चंडीगढ़ : [मामेन्द्र कुमार ] जहां एक ओर कोविड-19 महामारी ने पूरे देश को जकड़ रखा है, वहीं कुछ जगहों पर प्राईवेट अस्पतालों में इसके इलाज के नाम पर ठगी के मामले सामने आ रहे हैं, जिसको लेकर सरकार बेहद गंभीर है। इसी संबंध में आज हरियाणा विधानसभा के अध्यक्ष ज्ञानचंद गुप्ता ने प्रेसवार्ता कर बताया कि कोरोना को हर हाल में हराया जाएगा, सरकार ने कोरोना पर नई गाइडलाइन जारी की है।
गुप्ता ने बताया कि कई अस्पतालों में दवाइयों का नेक्सस चल रहा है। पारस अस्पताल में ज्यादा रेट वसूलने की शिकायत मिली है, जबकि कोरोना के इलाज के लिए अस्पताल में रेट तय किए गए हैं, इसके बावजूद भी कई अस्पतालों में कोरोना दवाई पर 3 गुना वसूली की सूचना मिली है। उन्होंने बताया कि पंचकूला में कोरोना मरीजों ने कई शिकायतें की हैं। जिसके बाद मॉनिटरिंग कमेटी बनाई गई है, जो अस्पतालों में कोरोना मरीजोंं के इलाज के लिए ओवर चार्जिंग पर रोक लगाएगी।
स्पीकर ने बताया कि 8, 13 और 15000 की रेट कैटेगरी बनाई गई है। उन्होंने कहा कि ओवरचार्जिंग के लिए निजी अस्पताल पर कार्रवाई की गई। निजी अस्पतालों ने उपकरणों के दाम बढ़ाए हैं, एक निजी अस्पताल में 3 गुना चार्ज किया है, ऐसी शिकायत उनके पास आई है। आस्ताने 7. 59 लाख का बिल चार्ज किया था। उन्होंने बताया कि कार्रवाई के बाद निजी अस्पताल में बिल कम किया गया है। अस्पताल ने 7.59 लाख का बिल 2.9 लाख किया।
गुप्ता ने बताया कि ज्यादा चार्ज करने वाले अस्पतालों का लाइसेंस रद्द होना चाहिए, क्योंकि सरकार का उद्देश्य कोरोना से लोगों को बचाना है।