हरियाणा में पिछले 7 महीने में 70 हजार ज्यादा रजिस्ट्रियां कराई गईं, सरकार को 1288 करोड़ अधिक आय हुई
कोरोना महामारी के दौरान लगे लॉकडाउन में घर बैठे हरियाणा के लोगों ने जमीन जायदाद में अधिक दिलचस्पी दिखााई है। पिछले 7 माह में तुलनात्मक रुप से प्रदेश में 70248 अधिक रजिस्ट्रियां हुई हैं। इनमें अकेले अप्रैल 2021 में 53679 रजिस्ट्रियां हुई हैं, जबकि पिछले साल अप्रैल में महज 1715 रजिस्ट्रियां हुई थी। ऐसे में सरकार को 7 माह में रजिस्टर्ड डॉक्यूमेंट्स से 1288 करोड़ रुपए अधिक की आमदनी हुई है।
हालांकि मई के प्रथम सप्ताह में आंकड़ा काफी कम रहा है, क्योंकि प्रदेश में लॉकडाउन लग गया था। ऐसे में सरकार ने साफ तौर से कहा है कि लॉकडाउन में रजिस्ट्रियां बंद नहीं हैं। तहसीलों में रजिस्ट्रियां होती रहेंगी, ताकि आमदनी का जरिया बना रहे। अधिकारियों के अनुसार, अप्रैल 2020 से सितंबर 2020 तक प्रदेश में कोरोना के कारण आय में 1000 से 1200 करोड़ रुपए का नुकसान हुआ है।
पिछले 7 माह में बढ़ी आय
पिछले 7 महीने के तुलनात्मक अध्ययन में सामने आया है कि 70 हजार से अधिक रजिस्ट्रियां ज्यादा हुई हैं और 1288 करोड़ रुपए की अधिक आय भी हुई है, जबकि अप्रैल से सितंबर 2020 तक प्रदेश में के कारण स्टॉम और रजिस्ट्रियों में 1000 से 1200 करोड़ की आय प्रभावित हुई।
– संजीव कौशल, एसीएस, राजस्व विभाग
किस माह में कितनी रजिस्ट्रियां हुईं
अक्टूबर 2019 से अप्रैल 2020 तक जहां प्रदेश में 330754 रजिस्ट्रियां हुई थी, इससे 2473 करोड़ रुपए की आय हुई थी, वहीं अक्टूबर-2020 से अप्रैल 2021 तक 401002 रजिस्ट्रियां हुई और 3761 करोड़ रुपए की आमदनी हुई यानी कुल मिलाकर 1288 करोड़ रुपए अधिक आमदनी सात माह में हुई है।