इकोनॉमिक फ्रंट पर शानदार खबर, इतने ग्रोथ रेट से बढ़ रहा है India
बीते कारोबारी साल यानि 2020-21 की चौथी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद (GDP) की दर दो प्रतिशत रहेगी। ऐसा अनुमान घरेलू रेटिंग एजेंसी इक्रा (ICRA) ने जताई है। वहीं सकल मूल्यवर्धन (GVA) की दृष्टि से यह 3 प्रतिशत रहेगी। इसका मतलब है कि 2020-21 में अर्थव्यवस्था में गिरावट 10 प्रतिशत से कम रहेगी। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय (NSO) का अनुमान है कि बीते कारोबारी साल में अर्थव्यवस्था में 10 प्रतिशत से ज्यादा की गिरावट आएगी।
Icra का अनुमान है कि बीते पूरे कारोबारी साल में अर्थव्यवस्था में 8.45 प्रतिशत की गिरावट आएगी। Icra की मुख्य अर्थशास्त्री अदिति नायर का कहना है कि मार्च तिमाही में GDP की वृद्धि दर दो प्रतिशत रहेगी। यह दिसंबर तिमाही के 0.40 प्रतिशत की तुलना में ज्यादा है।
चौथी तिमाही में GVA की दर तीन प्रतिशत रहेगी
एजेंसी का अनुमान है कि चौथी तिमाही में GVA की दर तीन प्रतिशत रहेगी। तीसरी तिमाही में यह एक प्रतिशत रही थी। ऐसे में अर्थव्यवस्था में पूरे वित्त वर्ष में दो अंकीय गिरावट दर्ज नहीं आएगी। एनएसओ ने ऐसा अनुमान लगाया है।
नायर ने कहा कि हमारा अनुमान है कि चौथी तिमाही में जीवीए की दर जीडीपी की बढ़ोतरी से ज्यादा रहेगी। हमारा मानना है कि चौथी तिमाही में जीवीए का प्रदर्शन अर्थव्यवस्था में सुधार का अर्थपूर्ण संकेतक होगा।