टेस्टिंग के साथ टीकाकरण पर बीएमसी का फोकस: रास्ते पर घूम रहे भिखारी का भी हो रहा है कोरोना टेस्ट
राजधानी भुवनेश्वर में शत प्रतिशत टीकाकरण के लिए बीएमसी ने लक्ष्य रखा है। एक के बाद एक वर्ग के लोगों का टीकाकरण करने हेतु विशेष व्यवस्था की जा रही है। बीएमसी के नजर में शहर मे रहने वाले आवासहीन लोग हैं। तीन दिन में 500 आवासहीन लोगों का टीकाकरण करने का लक्ष्य रखा गया है। वहीं दूसरी तरफ रास्ते में घुमने वाले भिखारी एवं असहाय लोगों का कोविड परीक्षण पर भी बीएमसी ने विशेष ध्यान दिया है।
बीएमसी का कहना है कि टीकाकरण से किसी को भी वंचित नहीं रखा जाएगा। बीएमसी के नजर में वर्तमान समय में राजधानी में रहने वाले आवासहीन लोग हैं। इन लोगों का टीका के साथ टेस्टिंग पर भी ध्यान दिया जा रहा है। प्रदेश में हॉट स्पॉट बनी राजधानी भुवनेश्वर में संक्रमण के मामले धीरे-धीरे कम हो रहे हैं। हालांकि जुर्माना वसूलने एवं कार्रवाई करने के बावजूद बाजारों में लोगों की भीड़ कम नहीं हो रही है जो चिंता की बात है। ऐसे में बीएमसी में यह फैसला किया है जो लोग बाहर घूम रहे हैं उनकी अनिवार्य रूप से टेस्टिंग की जाएगी। मोबाइल वैन के जरिए बाजार में घूम कर लोगों का कोविड-19 टेस्ट किया जाएगा। इसके लिए बीएमसी ने नॉर्थ जोन बनी अस्थाई तारिणी बाजार यह विशेष प्रक्रिया शुरू भी कर दी है।
वहीं दूसरी तरफ शहरी क्षेत्र में रहने वाले आवासहीन लोगों की पहचान कर उनके टीकाकरण पर भी महत्व दिया जा रहा है। भुवनेश्वर में मौजूद सभी सात शहरी क्षेत्र में आवासहीन पुनर्वास केंद्र में 500 आवासहीन लोगों का 3 दिन के बीच टीकाकरण किया जाएगा।
कोविन अपर विशेष सेशन के जरिए इस निश्चित वर्ग के लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। परिचय पत्र ना होने से टीकाकरण से वंचित रहने वाले आवासहीन लोगों के लिए यह व्यवस्था की गई है। वहीं दूसरी तरफ बाजारों में जरूरी कार्य से आने जाने वाले लोगों का अनिवार्य कोविड-19 टेस्ट करने के बीएमसी के निर्णय का लोगों ने स्वागत किया है। कोविड टीका की कमी होने के बावजूद बीएमसी की तरफ से उठाए गए इस कदम का लोगों ने स्वागत किया है।