साढ़े चार साल की उम्र में 100 से अधिक सांप पकड़कर जंगल में छोड़े, खिलाैने की तरह खेलता है सांपों से
जिस उम्र में बच्चे ठीक से बाेल तक नहीं पाते और खिलाैनों से खेलते हैं, उस उम्र में शिवपुरा काॅलाेनी का प्रिंस साल्वी जहरीले सांपों से खेल रहा है। ऐसे में लाेग उसे जहरीले सांपाें का प्रिंस कहने लगे हैं। जी हां शिवपुरा काॅलाेनी निवासी प्रिंस, जिसकी उम्र मात्र साढ़े चार साल है। वह राेजाना 2-3 सांपों काे पकड़ रहा है और उनसे खिलाैने की तरह खेलता है। साढ़े चार साल की उम्र में ही उसने अब तक 100 से अधिक सांप पकड़कर जंगल में छाेड़े हैं। उसे इनसे जरा भी डर नहीं लगता है, जबकि जहरीले सांप काे देखकर बड़े ही डर जाते हैं।
घर की स्थिति भी ठीक नहीं
पिता के मित्र कमल के अनुसार प्रिंस के पिता कहीं चले गए हैं। मां घर पर ही रहती है। दादी पहले ईंट भट्टे पर काम करती थी, अब भंगार बीनकर घर का खर्चा चलाती है। इस वजह से प्रिंस दिनभर उनके साथ ही रहता है। मात्र रात में वह साेने के लिए ही उनके पास जाता है। अब लाॅकडाउन खुला है ताे स्कूल शुरू हाेते ही उसका दाखिला कराएंगे ताकि उसे शिक्षा भी मिल सके।
ऐसे बना प्रिंस जहरीले सांपों का राजा
शिवपुरा काॅलाेनी निवासी कमल बताते हैं कि प्रिंस के पिता उनके अच्छे दाेस्त हैं। उनके साथ ही प्रिंस मुक्तिधाम पर आता था, जहां उनसे उसका लगाव हाे गया। प्रिंस के पिता शराब अधिक पीते थे, उसके बाद वह कहीं चले गए। प्रिंस दिनभर उनके साथ ही रहने लगा। ऐसे में जब वह सांप पकड़ने जाते ताे उसे भी साथ ले जाने लगे। एक दिन गर्वनमेंट काॅलाेनी में सांप पकड़ रहे थे, तभी सांप उनके पैराें में लिपट गया। उन्होंने लाेगों से कहा इसे हटा दाे या सरिया हाथ में पकड़ा दाे, काेई आगे नहीं आया। उस समय प्रिंस स्कूटी पर बैठा था और अचानक वह पहुंचा और सांप काे पकड़कर कमल के पैर से हटा दिया। उसके बाद से ही प्रिंस का डर खत्म हाे गया। वह खुद ही अब कमल के साथ जाता है और जहरीले सांपों काे मिनटों में ही काबू कर लेता है। कमल बताते हैं प्रिंस के हाथों की मजबूती अच्छी है, ऐसे में सांप काे वह जल्दी पकड़ लेता है।