MP में मिला डेल्टा प्लस वेरिएंट का पहला मामला, भोपाल की 64 वर्षीय महिला हुई संक्रमित
भोपाल : भोपाल में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट का मरीज मिलने से स्वास्थ्य विभाग नें हड़कंप मचा हुआ है। भोपाल के बरखेड़ा पठानी निवासी एक 65 साल की महिला में यह वैरिएंट मिला है। कुछ दिन पहले उसके सैंपल की जांच करने के लिए भेजा गया था। अब महिला निगेटिव है और अपने घर पर है। यह प्रदेश का पहला तो देश का सातवां मामला है। देश में इससे पहले 7 जून तक डेल्टा प्लस वैरिएंट के 6 केस सामने आ चुके हैं। अब पीड़ित महिला की कॉन्टेक्ट हिस्ट्री तलाशी जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, कोविड -19 के म्यूटेशन और वैरिएंट की मौजूदगी जानने के लिए जीनोम सिक्वेसिंग की जा रही है। वही इस मामले में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग का कहना है कि एनसीडीसी में जो सैंपल गए थे एक रिपोर्ट में नया वेरिएंट मिला है जिसकी स्टडी करा रहे है। प्रदेश में लगातार टेस्टिंग की जा रही है। जिससे नए वेरिएंट के बारे में पता चला है। एनसीडीसी ने सूचना दी है बरखेड़ा पठानी क्षेत्र की 65 वर्षीय महिला में मिला है। महिला का इलाज चल रहा है। उनको वैक्सीन भी लगी हुई है।
क्या है डेल्टा प्लस वैरिएंट
डेल्टा वैरिएंट यानी कि बी.1.617.2 स्ट्रेन के म्यूटेशन से बना है। म्यूटेशन का नाम K417N है और यह कोरोना से थोड़ा सा अलग है। इस कारण इसे नए वैरिएंट का नाम दिया है। स्पाइक प्रोटीन, वायरस का वह हिस्सा होता है जिसकी मदद से वायरस हमारे शरीर में प्रवेश करता है और हमें संक्रमित करता है। K417N म्यूटेशन के कारण ही कोरोना वायरस हमारी इम्यूनिटी सिस्टम कमजोर कर देता है। नीति आयोग ने 14 जून को कहा था कि डेल्टा प्लस वैरिएंट इस साल मार्च से ही हमारे बीच मौजूद है। इससे सावधान रहने की जरुरत है घबराने की नहीं।