अफगानिस्तान से US सैनिकों की वापसी से बढ़ी पाक की टेंशन, बोला-जून तक सील कर लेंगे अपनी सीमाएं
इस्लामाबाद : अमेरिकी सेना की वापसी के कारण अफगानिस्तान में अनिश्चितता के मद्देनजर पाकिस्तान ने घोषणा की है कि वह जून के अंत तक इस युद्धग्रस्त देश के साथ अपनी सीमा पर बाड़बंदी पूरी कर लेगा। डॉन अखबार की खबर के मुताबिक, गृह मंत्री शेख राशिद अहमद ने रविवार को संसद के निचले सदन नेशनल असेंबली में यह टिप्पणी की। मंत्री ने सदन को बताया कि अफगानिस्तान के साथ सीमा पर बाड़बंदी का 88 प्रतिशत काम पूरा कर लिया गया है और बाकी का काम 30 जून तक पूरा कर लिया जाएगा।
सीमा पार से हमले बढ़ने के बाद मार्च 2017 में अफगानिस्तान के साथ लगती 2,640 किलोमीटर लंबी सीमा पर बाडबंदी का काम शुरू किया गया था । पाकिस्तान की अफगानिस्तान के साथ लंबी सीमा है जो पर्वतीय क्षेत्रों तक फैली है और सीमा के एक बड़े हिस्से पर गश्त नहीं की जाती। निगरानी कैमरे और इंफ्रारेड डिटेक्टर्स लगाए गए हैं और बाड़ पर करीब 1,000 जांच चौकियां सुरक्षा प्रणाली का हिस्सा हैं। सीमा पार से आवाजाही केवल 16 निर्धारित क्रॉसिंग से ही संभव हो पाएगी। शुरुआत में यह काम अप्रैल 2021 तक पूरा होना था लेकिन कुछ देरी के कारण अब सरकार जून के अंत तक काम पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध है। अधिकारियों ने बताया कि पाकिस्तान अमेरिकी सेना की वापसी के कारण पश्चिमी सीमा पर सुरक्षा मजबूत करने पर काम कर रहा है। अमेरिकी सेना की वापसी से पहले से ही अस्थिर अफगानिस्तान में सुरक्षा हालात और बिगड़ने की आशंका है जिसका असर पाकिस्तान पर भी पड़ सकता है। अमेरिकी सेना की वापसी के संदर्भ में अफगानिस्तान में स्थिति की ओर इशारा करते हुए मंत्री ने कहा कि अगले दो से तीन महीने पाकिस्तान के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं क्योंकि ‘‘अभी अफगानिस्तान में करीब 38 स्थानों पर लड़ाई चल रही है।” उन्होंने यह भी कहा कि 2,400 अफगान सुरक्षा कर्मी तालिबान में शामिल हो गए हैं।