सिविल अस्पताल में महिला ने पार्किंग में दिया बच्चे को जन्म,मौत पर लापरवाही का आरोप,होगी जांच
फरीदाबाद : कल बीती शाम फरीदाबाद के सिविल अस्पताल बादशाह खान में बड़ी लापरवाही सामने आई जिसके चलते एक गर्भवती महिला की डिलीवरी अस्पताल की पार्किंग में हो गई नतीजतन बच्चे की मौत हो गई । महिला के पति का आरोप है कि सिविल अस्पताल बादशाह खान में तैनात डॉक्टर और स्टाफ नर्स ने अस्पताल में इलाज न होने की बात कहकर उसे निजी अस्पताल में जाने की थी सलाह दी और यहां देखने और भर्ती करने के लिए पैसे मांगे । वही सिविल हस्पताल की पीएमओ डॉक्टर सरिता यादव का कहना है कि महिला को 6 महीने का गर्भ था जो असताल में आई थी और फिर नीचे कैसे चली गई इसको लेकर पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है ।
सरकारी हस्पताल के प्रांगण में अपनी पत्नी को संभाल रहा यह शख्स उसका पति है जिसकी पत्नी को अस्पताल में दाखिल न करने पर उसके प्रीमेच्योर 6 महीने के बच्चे की डिलीवरी अस्पताल में दाखिल न करने के चलते बाहर पार्किंग में ही हो गई जिसके चलते बच्चे की मौत हो गई । दरअसल पूरा मामला कल शाम 7:00 बजे का है जब बल्लभगढ़ सिविल हस्पताल से उक्त गर्भवती महिला को फरीदाबाद के जिला सिविल हस्पताल के लिए रेफर किया गया था महिला के पति का आरोप है कि वह समय-समय पर अपनी पत्नी को बल्लभगढ़ के सरकारी अस्पताल में चेकअप करवा रहे थे कल डॉक्टरों ने बताया कि उसके बच्चे की पेट में धड़कन बंद हो गई है जिसके चलते उसे फरीदाबाद के अस्पताल में रेफर किया गया था लेकिन यहां लाने के बाद अस्पताल वालों ने उसे प्राइवेट में ले जाने के लिए कहा काफी मेहनत करने के बाद अस्पताल स्टाफ ने गर्भवती महिला का चेकअप करने के लिए पति से बाहर से ग्लब्स खरीद कर लाने के लिए भेजा था लेकिन जब तक वह ग्लब्स लेकर पहुंचा तब तक डॉक्टर स्टाफ ने गर्भवती महिला को बाहर भेज दिया था जहां उसकी डिलीवरी हो गई और बच्चे की मौत हो गई ।
आज जब इस मुद्दे पर सिविल हस्पताल की पीएमओ डॉक्टर सविता यादव से बात की गई तो उन्होंने अबतक न्यूज़ टीम को बताया कि महिला पहले से 3 बच्चों की मां है और अब उसे 6 महीने का गर्भ था जो असताल में आई थी और फिर नीचे कैसे चली गई इसको लेकर पूरे मामले की जांच करवाई जा रही है। उन्होंने कहा कि किसी भी मरीज के लिए बाहर से सामान नहीं मंगवाया जा सकता यदि ऐसा हुआ तो वह गलत है पूरे मामले की गहनता से जांच करवाई जा रही है।