भाजपा और कांग्रेस के नेताओं की हरियाणा प्रभारी बनते ही खुले किस्मत के ताले, मिले खास पद
विभिन्न राजनीतिक दलों के प्रभारियों के लिए हरियाणा की धरती खासी उपजाऊ रही है। हरियाणा के प्रभारी रहते हुए राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों ने न केवल बुलंदियों का छुआ, बल्कि राष्ट्रीय राजनीति में अपनी मजबूत पैठ भी बनाई है। हरियाणा के प्रभारी रह चुके करीब एक दर्जन नेता ऐसे हैं, जो विभिन्न राज्यों में मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री तक बने हैं। हरियाणा भाजपा के प्रभारी पद का दायित्व संभाल चुके नरेंद्र मोदी इसके सबसे बड़े उदाहरण हैं। हाल ही में भाजपा की सह प्रभारी अन्नपूर्णा देवी को केंद्र सरकार में राज्य मंत्री का दायित्व सौंपा गया है।
हरियाणा में राजनीतिक दलों के प्रभारी रह चुके पार्टी नेताओं को मिलती रही बड़ी जिम्मेदारियां
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव रहते हुए नरेंद्र मोदी ने विभिन्न राज्यों के साथ-साथ हरियाणा का प्रभार भी देखा। पार्टी को शिखर तक लाने में मोदी लहर का बड़ा योगदान रहा है। मोदी जब गुजरात की राजनीति से बाहर आए तो उन्हें हरियाणा का प्रभारी बनाया गया। इस पद पर उन्होंने 1995 से लेकर 2000 तक यानी छह साल काम किया। मोदी हर जिले में गए और संगठन को नया तेवर दिया।
अन्नपूर्णा देवी केंद्र में बनीं मंत्री तो हरियाणा के प्रभारी रह चुके मोदी बने देश के प्रधानमंत्री
हरियाणा भाजपा को मिला बूथ मैनेजमेंट का फार्मूला मोदी की ही देन है। पार्टी को दिए गए मोदी तेवर का ही परिणाम था कि 1991 में जिस भाजपा ने यहां सिर्फ दो सीटें जीती थीं और 70 पर उसके प्रत्याशियों की जमानत जब्त हो गई थी, उसी भाजपा ने 1996 के चुनाव में 11 सीटों पर विजय हासिल की, जबकि मात्र तीन सीटों पर पार्टी उम्मीदवारों की जमानत जब्त हुई। उस वक्त रमेश जोशी भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष और मनोहर लाल संगठन मंत्री हुआ करते थे। रमेश जोशी के बेटे संदीप जोशी पार्टी में प्रदेश महामंत्री की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं
मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज चौहान भी रहे थे हरियाणा भाजपा के प्रभारी
गुजरात के मुख्यमंत्री रह चुके नरेंद्र मोदी जब प्रधानमंत्री की कुर्सी तक पहुंचे, तब भी उनका हरियाणा प्रेम कम नहीं हुआ। अपने साथ संगठन मंत्री के तौर पर काम कर चुके मनोहर लाल को उन्होंने हरियाणा का मुख्यमंत्री बनाया और यहां करीब एक दर्जन केंद्रीय योजनाओं की शुरुआत की। भाजपा के दिग्गज नेता शिवराज चौहान हरियाणा के प्रभारी रह चुके हैं। वह मध्यप्रदेश में चौथी बार मुख्यमंत्री बने हैं।
मध्यप्रदेश के सीएम शिवराज सिंह चौहान व पूर्व सीएम कलमनाथ भी हरियाणा में अपनी पार्टियों के प्रभारी रहे।
चौहान के प्रभारी रहते हरियाणा भाजपा की बागडोर रतनलाल कटारिया के हाथों में थी और वीरकुमार यादव महामंत्री थे। इसी तरह हरियाणा भाजपा के प्रभारी रह चुके डा. अनिल जैन को पार्टी ने न केवल राज्यसभा भेजा, बल्कि संगठन में अहम जिम्मेदारी भी सौंपी है। फिलहाल अन्नपूर्णा देवी हरियाणा भाजपा की सह प्रभारी हैं। झारखंड के कोडरमा से सांसद अन्नपूर्णा देवी को भाजपा ने केंद्र में राज्य मंत्री बनाकर उनका कद बढ़ाया है। इससे केंद्र में हरियाणा का प्रतिनिधित्व बढ़ा है।
भाजपा के साथ-साथ कांग्रेस के प्रभारियों ने भी राष्ट्रीय राजनीति में हासिल किए बड़े मुकाम
केंद्रीय मंत्री रह चुके डा. हर्षवर्धन और असम के राज्यपाल प्रो. जगदीश मुखी ने भी प्रभारी के तौर पर हरियाणा में भाजपा संगठन के लिए शानदार काम किया है। प्रधानमंत्री कार्यालय में मंत्री विजय गोयल, दिल्ली के मुख्यमंत्री रह चुके मदनलाल खुराना और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पद तक पहुंचे कुशाभाऊ ठाकरे का मार्गदर्शन हरियाणा के भाजपा कार्यकर्ताओं व नेताओं को समय-समय पर मिलता रहा है।
इन सभी ने हरियाणा में भाजपा प्रभारी के तौर पर अपनी सेवाएं दी हैं। भाजपा से इतर कांग्रेस की अगर बात करें तो मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके कमलनाथ ने हरियाणा कांग्रेस का प्रभार काफी दिनों तक देखा। पूर्व केंद्रीय मंत्री गुलाम नबी आजाद, अंबिका सोनी, आशा कुमारी और शकील अहमद सरीखे कांग्रेस नेताओं ने भी प्रदेश प्रभारी के तौर पर अपनी पार्टी कांग्रेस में जबरदस्त मुकाम हासिल किया है।