बदहाल पाकिस्‍तान में लोगों से दूर होती जा रही रोटी, सातवें आसमान पर हैं खाने-पीने की चीजों के दाम

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आर्थिक बदहाली से जूझ रहे पाकिस्‍तान में अब लोगों और विपक्ष का गुस्‍सा जवाब देने लगा है। पहले पीए इमरान खान नेदेश में पेट्रोल में 5.40 रुपये प्रति लीटर और हाई स्‍पीड डीजल में 2.54 रुपये प्रति लीटर की तेजी के बाद देश में चीनी, घी, आटा जैसी जरूरी चीजों के दाम भी सातवें आसमान पर पहुंच गए हैं। इसको लेकर विपक्ष लगातार इमरान सरकार को घेरने में लगा है। वहीं दूसरी तरफ प्रधानमंत्री के विशेष सचिव कह रहे हैं कि ऑयल एंड गैस रेगुलेटरी ऑथरिटी ने इससे कहीं अधिक दाम बढ़ाने का प्रस्‍ताव सरकार के समक्ष रखा था। लेकिन पाकिस्‍तान के प्रधानमंत्री ने लोगों की दिक्‍कत को जानते हुए केवल इसमें मामलू बढ़ोतरी ही की है।

आपको बता दें कि पाकिस्‍तान में बीते दो दिनों में ही किए गए इस बदलाव के बाद चीनी की कीमत 68 रुपये प्रति किलो से बढ़कर 85 रुपये प्रति किलो, घी की कीमत 170 रुपये प्रति लीटर/ किलो से बढ़कर 270 रुपये प्रति लीटर/किलो, गेंहूं के आटे की कीमत 850 प्रति 10 किलो से बढ़कर 950 रुपये प्रति 20 किलो हो गई है।

आपको बता दें कि इमरान सरकार द्वारा पेट्रोल और डीजल के दामों में की गई तेजी के बाद अब पेट्रोल 118.09 रुपये प्रति लीटर, हाई स्‍पीड डीजल 116.5 रुपये प्रति लीटर, केरोसिन और लाइट डीजल ऑयर 87.14 रुपये प्रति लीटर हो गया है। आपको बता दें कि वर्ल्‍ड बैंक के अनुमान के मुताबिक वर्ष 2020-21 में गरीबी रेखा 39.2 फीसद रहेगी। वर्ष 2021-22 में ही इसके इस पर ही बने रहने का अनुमान है।

कीमतों में हुई इस तेजी के बाद पीएमएल-एन के नेता शाहबाज शरीफ ने इमरान खान सरकार को आड़े हाथों लिया है। उनका कहना है कि मौजूदा सरकार में महंगाई दर हर रोज एक नया रिकॉर्ड कायम कर रही है। उन्‍होंने आरोप लगाया कि मौजूदा सरकार में न सिर्फ देश में महंगाई बढ़ी है बल्कि लाखों लोगों को नौकरियों से हाथ धोना पड़ा है। खाने पीने की चीजें इस दौरान सातवें आसमान पर पहुंच गई हैं। देश में भूखमरी के शिकार लोगों की संख्‍या में बेतहाशा तेजी आई है।

आपको बता दें कि ये पहला मौका नहीं है कि जब पाकिस्‍तान की सरकार ने खाने-पीने और पेट्रोल-डीजल के दामों में बढ़ोतरी की है। इससे पहले जनवरी, फरवरी में भी पेट्रोल और डीजल के दामों में तेजी की गई थी। दिसंबर 2020 में दवाओं के दाम बढ़ाए गए थे।