बिहार में समर्थकों और परिवार की बढ़ी चिंता, लालू यादव पर फिर घिरने लगे संकट के बादल!
राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव को चारा घोटाला के मामले में जमानत मिलने के बाद बिहार की सियासत में गर्माहट थोड़ी बढ़ गई है। राजद समर्थक और राजद अध्यक्ष का परिवार उन्हें जमानत मिलने से खुश था, लेकिन अब उनकी खुशी पर फिर से ग्रहण लगने की आशंका बढ़ने लगी है। ऐसा हुआ है चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले में सुनवाई शुरू होने के बाद। कोरोना संक्रमण के कारण चारा घोटाले के डोरंडा कोषागार मामले में सुनवाई लंबे अरसे से बंद हो गई थी। अब इस मामले में बहुत जल्द फैसला आ सकता है।
रांची हाईकोर्ट में चल रही मामले की सुनवाई
डोरंडा कोषागार मामले की सुनवाई रांची हाई कोर्ट में चल रही है। मिली जानकारी के अनुसार चारा घोटाले के इस पांचवें और आखिरी मामले में फैसला जल्द ही आ सकता है। 139.5 करोड़ रुपए के इस मामले में वर्चुअल सुनवाई हो रही है। करीब दो महीने से इस मामले की सुनवाई बंद थी। सीबीआइ इस मामले में काफी पहले ही लालू यादव सहित 100 से अधिक आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दायर कर चुकी है। इस मामले में बचाव पक्ष की गवाही भी पूरी हो चुकी है। अब मामले में बहस चल रही है। मामले की सुनवाई कर रहे जज का पहले ही तबादला हो गया था, लेकिन उन्हें सुनवाई पूरी होने तक पद पर बने रहने की व्यवस्था बनाई गई है।
राजद समर्थकों की बढ़ गई है चिंता
लालू से जुड़े चारा घोटाले के सबसे बड़े मामले में सुनवाई शुरू होने के बाद उनके समर्थकों में फिर से चिंता है। बढ़ती उम्र और लंबे अरसे तक जेल में रहने के बाद लालू की सेहत अब पहले की तरह नहीं रही। चारा घोटाले के दूसरे मामले में जमानत मिलने से पहले ही लालू इलाज के लिए दिल्ली एम्स चले गए थे। जमानत मिलने के बाद वे एम्स से बाहर तो आ गए, लेकिन पटना अब तक नहीं लौटे हैं।