सैनिक,आर्थिक,मानव संसाधन से समृद्ध भारत का निर्माण करें -शिक्षाविद डॉ.अशोक कुमार चौहान

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दिल्ली, मामेंद्र कुमार : केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में 22 वें “कारगिल विजय दिवस” पर ऑनलाइन श्रद्धांजलि सभा का आयोजन कर भारतीय सेना के जवानों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।यह कोरोना काल मे परिषद का 255 वां वेबिनार था।

समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. अशोक कुमार चौहान (संस्थापक अध्यक्ष,एमिटी शिक्षण संस्थान) ने कहा कि आज हमारे ओजस्वी प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में देश महाशक्ति बनने की ओर आगे बढ़ रहा है।हमें भारत को सैनिक शक्ति,आर्थिक शक्ति और मानव संसाधन को मजबूत करके देश को मजबूत बनाना है कि कोई भारत की ओर आंख उठाकर न देख सके।डॉ. चौहान ने शहीद सैनिकों को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए कहा कि हमें भारतीय सेना पर गर्व है हमारी मजबूत सेना हर परिस्थिति में देश की रक्षा करने में सक्षम है।युवाओं को भारतीय सेना में जाना चाहिए।

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि युवाओं में देश भक्ति की भावना से ओतप्रोत करने की आवश्यकता है।हमें अपनी भारतीय सेना पर गर्व है जो लोग भारतीय सेना पर सवाल उठाते हैं वह क्षमा योग्य नहीं हो सकते। आज कई जगह विद्रोह का स्वर सुनाई देता है उसे सख्ती से कुचलने की आवश्यकता है,भारत मे रहकर,यहाँ का खा पीकर विदेशी गुणगान करने वाले देश भक्त नहीं हो सकते।

कर्नल अनिल आहूजा ने कारगिल युद्ध की विस्तृत जानकारी दी। कार्यक्रम अध्यक्षत कमांडर पी सी बक्शी ने कहा कि आज भारतीय सेना को छूट मिली है वह मजबूती के साथ दुश्मन का सामना करने में सक्षम है।

आर्य नेता आनन्द चौहान ने बताया कि भारत सरकार ने ऑपरेशन विजय नाम से 2,00,000 सैनिकों को कारगिल युद्ध मे भेजा था।यह युद्ध आधिकारिक रूप से 26 जुलाई 1999 को समाप्त हुआ।इस युद्ध के दौरान 550 सैनिकों ने अपने जीवन का बलिदान दिया और 1400 के करीब घायल हुए थे।उन्होंने भारत सरकार से मांग की कारगिल में शहीद 550 सैनिकों की वीर गाथा सभी को पता चले इसके लिए सरकार इसे पाठ्यक्रम में सम्मिलित करें।

राष्ट्रीय मंत्री प्रवीण आर्य ने कहा कि आर्य समाज ने भारत को कई वीर सैनिक प्रदान किये हैं।ऋषि दयानन्द से प्रेरणा लेकर कई युवा सैनिक बनकर देश की सेवा में कार्यरत्त हैं। डॉ. वाचस्पति कुलवंत ने कहा कि भारतीय सेना ने आजादी के बाद पांच बड़े युद्ध लड़े हैं।जिसमे कारगिल युद्ध सबसे बड़ी विजय के रूप में सम्मिलित है। गायिका संगीता आर्या,दीप्ति सपरा,पिंकी आर्या,नरेंद्र आर्य सुमन,वीरेन्द्र आहूजा,आशा आर्या,मधु खेड़ा आदि,चन्द्र कांता आर्या ने देश भक्ति पूर्ण गीत सुनाये।