अरविन्द अकेला कल्लू के जन्मदिन उत्सव के जैसे जा रहा है मनाया

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मुंबई, मामेंद्र कुमार : बिहार के साधारण परिवार का एक लड़का कैसे बना भोजपुरी सिनेमा का सुपर स्टार अरविन्द अकेला कल्लू युवा दिलों की धड़कन भोजपुरी सिनेमा के सुपर स्टार अरविन्द अकेला ‘कल्लू’ का आज 26 जुलाई को जन्मदिन है। उन्हें बधाई और शुभकामनाएं देने वालों का तांता लगा हुआ है। सोशल मीडिया पर भी फैन्स, दर्शक और इंडस्ट्री के लोग उन्हें मुबारकबाद दे रहे हैं। उनका जन्मदिन उत्सव की तरह मनाया जा रहा है। आइए हैप्पी बर्थडे पर हम उनके बारे में कुछ दिलचस्प बातें जानते हैं।

केवल 8 साल की उम्र से ही अपनी मधुर आवाज़ के जरिये संगीतप्रेमियों को दीवाना बनाने वाले अरविन्द अकेला कल्लू अपनी सुपरहिट फिल्मों के जरिये फैन्स के दिलों में बस चुके हैं। इन्हें सभी प्यार से ‘कल्लू’ उपनाम से जानते पुकारते हैं। इनका नाम बेहद पॉपुलरिटी हासिल कर चुका है और बहुत कम समय में कल्लू जी युवा दिलों की धड़कन बन गये हैं।
भोजपुरी सिनेमा में अरविन्द अकेला कल्लू को भोजपुरी का जस्टिन बीबर भी कहा जाता है। मशहूर अमेरिकी सिंगर जस्टिन बीबर की ही तरह अरविन्द अकेला भी बहुत छोटी उम्र में ही लोकप्रिय हो गए थे। कल्लू 8 साल की उम्र में ही मशहूर हो गए थे। बक्सर, बिहार के रहने वाले अरविन्द अकेला कल्लू ने जब इतनी छोटी उम्र में गाना शुरू किया तो उन्हें अंदाजा भी नहीं था कि आने वाले समय में वह भोजपुरी के सुपर स्टार बन जाएंगे। सिंगिंग के साथ-साथ ऐक्टिंग में भी वह इतनी बुलंदी हासिल कर लेंगे, यह उन्हें आज भी सपने जैसा लगता है। अपनी लगातार मेहनत लगन और काम के प्रति समर्पण ने अरविन्द अकेला कल्लू को आज शोहरत के शिखर पर पहुंचाया है।

गौरतलब है कि अरविन्द अकेला घर और अपने स्कूल में खूब गाया करते थे, जिसकी सभी प्रशंसा करते थे। उनके पिताजी चुनमुन चौबे ने अरविन्द अकेला कल्लू को गाँव के कार्यक्रम में पहली बार गाने का अवसर दिलाया। अपने फर्स्ट कार्यक्रम में गीत गाने के बाद वह पूरे गाँव में लोकप्रिय हो गए। उसके बाद वर्ष 2009 में अरविन्द अकेला कल्लू की आवाज़ में उनका पहला अल्बम “गवनवां कहिया ले जईबा” रिलीज हुआ जो हिट हो गया और लोगों ने उनके अल्बम और आवाज़ को खूब सराहा। इसके बाद उनका अगला एल्बम ‘लव का टॉनिक रिलीज हुआ जिसने कई रिकॉर्ड तोड़ दिए। ‘लगाई देब चोलिया में हुक राजा’ गाना आज भी हिट है। इसके बाद अरविन्द अकेला कल्लू ने फिर कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा और पूरे भोजपुरी जगत में मशहूर हो गाए।

अरविन्द अकेला कल्लू ने फ़िल्म गठबंधन प्यार के में एक गाने में परफॉर्म किया था। 2010 में भोजपुरी फिल्म ‘तू ही मोर बालमा’ से बतौर बाल कलाकार रुपहले परदे पर एंट्री की। उसके बाद दूसरे भोजपुरी स्टार्स मनोज तिवारी, दिनेश लाल यादव निरहुआ, पवन सिंह और ख़ेसारी लाल यादव की तरह अरविन्द अकेला कल्लू ने भी गायक से नायक बनने की परंपरा आगे बढ़ाते हुए बतौर हीरो भोजपुरी फ़िल्म ‘दिल भईल दिवाना’ से फिल्मी करियर की अमेजिंग शुरुआत की। उसके बाद फ़िल्म आई ‘कलुआ भईल सयान’, ‘धड़केला तोहरे नामें करेजवा’, ‘एक लैला तीन छैला’ सहित कई फिल्मों में अपनी धमाकेदार उपस्थिति दर्ज कराई थी। उसके बाद से अब तक कई सुपरहिट फिल्मों में अपने लाजवाब अभिनय से दर्शकों का मनोरंजन करते चले आ रहे हैं।

जिस तरह लोग उनके गाने को खूब प्यार देते थे वैसे ही लोगों ने उनकी फिल्म को भी पसंद किया और उनकी पहली फ़िल्म ही सुपर हिट सिद्ध हुई। उसके बाद से अब तक उन्होंने ढेर सारी हिट फिल्में दी हैं। अरविन्द अकेला कल्लू के पास आज कल कई फिल्में हैं। एक के बाद एक  उनकी ढेर सारी फिल्में रिलीज होने वाली हैं। अरविन्द अकेला कल्लू ने हाल ही में अपने पिताजी का एक बड़ा ख्वाब पूरा करते हुए बिहार में बक्सर के अहिरौली में अपने पिता के लिए एक आलीशान घर बनवाया है। दिलचस्प बात यह है कि इस घर का नाम अरविन्द अकेला कल्लू ने ‘जय बिहार’ रखा है। इससे अंदाजा होता है कि वह धरती और अपने संस्कारों से जुड़े हुए इंसान हैं। फिलहाल इन दिनों उत्तर प्रदेश के जिला बस्ती के रमणीय स्थल पर निर्देशक लाल बाबू पंडित के निर्देशन में भोजपुरी फ़िल्म ‘दूल्हा धीरे–धीरे चलीह ससुरारी गलिया’ की शूटिंग में व्यस्त हैं।