हरियाणा युवा कांग्रेस में बने 14.86 लाख वोटर, फीस नहीं देने पर एक लाख सदस्यों का पत्ता साफ
हरियाणा, मामेंद्र कुमार : हरियाणा में युवा कांग्रेस में सदस्यता के लिए चल रही आनलाइन मेंबरशिप ड्राइव खत्म हो गई है। अब पदाधिकारियों के चयन के लिए आनलाइन वोटिंग और मेंबरशिप प्रक्रिया बंद हो गई है। कुल 15 लाख 81 हजार वोटर बने थे जिनमें से करीब एक लाख युवाओं के नाम वोटर लिस्ट से इसलिए कट गए, क्योंकि उन्होंने मेंबरशिप फीस जमा नहीं करवाई थी।
युवा कांग्रेस में फिलहाल 14 लाख 86 हजार सदस्य हैं। युवा कांग्रेस के चुनाव आयोग द्वारा अब इन सभी सदस्यों का डाटा तैयार किया जाएगा। इस पूरी प्रक्रिया के दौरान भी दो से तीन लाख सदस्यों के नाम कट सकते हैं। कुछ युवाओं के दो-दो, तीन-तीन वोट बने हुए हैं। फार्मों में गड़बड़ी मिलेगी तो उन्हें भी वोटर लिस्ट से हटाया जाएगा। फाइनल लिस्ट बनने के बाद उन सभी सदस्यों के नाम पब्लिक होंगे, जिनके कागजों में कमी है। उन्हें सुनवाई और कमियों को दूर करने का मौका दिया जाएगा।
छंटनी की यह प्रक्रिया पूरी होने के बाद अंतिम सूची जारी होगी। अंतिम सूची में शामिल सदस्यों के वोट ही युवा कांग्रेस के विभिन्न पदों के लिए मान्य होंगे। यूथ कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष, उपाध्यक्ष, महासचिव के अलावा जिला व हलका प्रधान के चुनाव हो रहे हैं। चुनावों के लिए युवाओं ने आनलाइन ही आवेदन किया हुआ है और चार पदों – प्रदेश अध्यक्ष, प्रदेश महासचिव, जिला अध्यक्ष व हलका अध्यक्ष के लिए सदस्यों ने आनलाइन वोट डाले हैं। छंटनी प्रक्रिया लगभग डेढ़ महीने में पूरी होगी।
ऐसे में यूथ कांग्रेस का नया संगठन सितंबर के आखिर में आने की उम्मीद है। युवा कांग्रेस के इन चुनावों में कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने भी पूरा जोर लगाया हुआ है। कई पूर्व मंत्रियों व मौजूदा विधायकों के बेटे भी चुनावी रण में डटे हैं। प्रदेश अध्यक्ष पद के लिए मुख्य मुकाबला दिव्यांशु बुद्धिराजा और कृष्ण सातरोरू में देखने को मिल रहा है। दिव्यांशु बुद्धिराजा एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष हैं और उन्हें राज्यसभा सांसद भूपेंद्र सिंह हुड्डा का नजदीकी माना जाता है।
इसी तरह से कृष्ण सातरोड़ को प्रदेश अध्यक्ष कुमारी सैलजा तथा कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला का आशीर्वाद मिला हुआ है। प्रदेश उपाध्यक्ष के पांच पदों के लिए चुनाव हो रहा है। इनमें से एक पद ओबीसी और एक महिला के लिए रिजर्व है। वहीं कुल 21 प्रदेश महासचिव बनेंगे।
महासचिव के 14 पद सामान्य श्रेणी के युवाओं के लिए हैं। 9 पद अनुसूचित जाति, पिछड़ा वर्ग, महिला व दिव्यांगों आदि के लिए रिजर्व हैं। शहरी व ग्रामीण मिलाकर कुल 31 युवा जिला अध्यक्ष बनने हैं और सभी नब्बे हलकों के लिए एक-एक प्रधान चुना जाएगा। इन पदों के लिए 500 से अधिक उम्मीदवार चुनावी रण में डटे हैं। यह चुनाव न केवल वोटों पर आधारित होगा, बल्कि इसके लिए इंटरव्यू की प्रक्रिया से भी गुजरना होगा। पार्टी के लिए किए गए कार्य भी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे।
अटक सकती हैं संगठन की नियुक्तियां
पार्टी सूत्रों का कहना है कि युवा कांग्रेस के चुनावों के चलते पार्टी के मुख्य संगठन में होने वाली नियुक्तियां अभी लटक भी सकती हैं। दरअसल, युवा कांग्रेस के चुनावों के बाद इलाका व जातिगत समीकरण के हिसाब से मुख्य कांग्रेस में पदाधिकारियों का चयन होगा। हालांकि प्रदेश कार्यकारिणी के अलावा जिलाध्यक्षों के नाम की सूची लगभग फाइनल हो चुकी है। फिलहाल ये दोनों लिस्ट पार्टी के राष्ट्रीय संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल के पास है। पार्टी नेतृत्व की मुहर लगने के बाद ही वेणुगोपाल पदाधिकारियों की लिस्ट जारी करेंगे।