Hariyali Teej 2021: आखिर किस दिन मनाई जाएगी हरियाली तीज, जानिये- शुभ मुहूर्त और पूूजा विधि के बारे में

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नई दिल्ली/नोएडा/गाजियाबाद/गुरुग्राम। हरियाली तीज दिल्ली, यूपी, हरियाणा समेत उत्तर भारत का एक प्रमुख त्योहार है। सुहागिन महिलाओं के लिए करवा चौथ की तरह हरियाली तीज त्योहार भी बेहद अहम होता है। सही मायने में यह त्योहार करवाचौथ से कहीं ज्यादा कठिन तपस्या वाला पर्व होता है। इस बार 11 अगस्त यानी बुधवार को यह त्योहार दिल्ली-एनसीआर के साथ-साथ यूपी, हरियाणा समेत पूरे भारत में मनाया जाएगा। हिंदू मान्यता के अनुसार, तीज त्योहार के दिन सुहागिन महिलाएं सुबह घर का कामकाज खत्म करने के बाद स्नान कर 16 श्रृंगार करके निर्जला व्रत रखती हैं, इसीलिए इसे करवा चौथ से भी कठिन त्योहार कहा जाता है, क्योंकि सुहागिनें उपवास के दौरान पानी तक नहीं पीती हैं। त्योहार मनाने की कड़ी में सुहागिनें मां पार्वती और भगवान शिव की पूजा करती हैं। सामान्य भाषा में कहें तो सुहागिन (विवाहित) महिलाएं दिनभर अपने पति की दीर्घायु के लिए व्रत रखती हैं। इस खास त्योहार पर हरे वस्त्र पहनना, हरी चुनरी के साथ हरा श्रृंगार करना और मेहंदी लगाना और झूला झूलने का भी चलन है। ज्यादातर जगहों पर सार्वजनिक रूप से सुहागिन महिलाएं झूला झूलती हैं। और हां अविवाहित लड़कियां शिव-पार्वती का आशीर्वाद पाने के लिए और तीज माता को खुश करने के लिए इस दिन साज-श्रृंगार कर पूजन करती हैं।

जानें कब होती है हरियाली तीज

हिंदू पंचांग के अनुसार हर वर्ष श्रावण मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया तिथि को हरियाली तीज मनाई जाती है। इस हिसाब से इस बार तीज 11 अगस्त यानी बुधवार को मनाई जाएगी। श्रावण मास में पड़ने के कारण हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में इसे श्रावणी तीज भी कहते हैं। हिंदू धर्म के अनुसार इस पर्व को भगवान शिव और मां पार्वती से जोड़कर देखा जाता है। ऐसे में हरियाली तीज के अवसर पर देश में कई जगहों पर भव्य मेले लगते हैं। कुछ शहरों में तो मां पार्वती और भगवान शिव की सवारी धूमधाम से निकाली जाती है। कोरोना वायरस संक्रमण के चलते यह दूसरा मौका है, जब यह त्योहार महिलाएं सार्वजनिक तौर पर नहीं मना पाएंगीं। हरियाली तीज बुधवार को मनाई जाएगी।

हरियाली तीज त्योहार का क्या होता है महत्व

हरियाली तीज त्योहार सुहागिन महिलाओं के लिए है। हिंदू धर्म और मान्यता के अनुसार, इस दिन व्रत रखने से विवाहित महिलाओं के पति को लंबी आयु मिलती है। इसी के साथ व्रत रखने से कुंवारी लड़कियों को भी इस व्रत से इच्छानुसार वर हासिल होता है। कहा जाता है कि इस व्रत को रखकर कोई भी लड़की-युवती मां पार्वती और भगवान शिव का आशीर्वाद प्राप्त कर सकती है।

हरियाली तीज पूजा मुहूर्त

10 अगस्त 2021 को शाम 18:08:11 बजे से तृतीया आरंभ

11 अगस्त 2021 को शाम 16:56:07 बजे पर तृतीया समाप्त

हरियाली तीज व्रत रखने की तारीख

11 अगस्त 2021 (बुधवार)

करवा चौथ से मिलता जुलता है त्योहार

हरियाली तीज करवा चौथ से बेहद मिलता जुलता त्योहार है। जिस तरह से करवा चौथ पर सुहागिनों द्वारा अपनी सास के लिए बायना पूजने का विधान है, उसी तरह हरियाली तीज में भी सास अपनी बहू को अखंड सुहाग का आशीर्वाद देते हुए सावन चढ़ाती हैं। इसका मतलब सास अपनी बहूं को सुहाग की वस्तुएं शगुन के रूप में देती है।

इन चीजों की जरूर करें खरीदारी

  • व्रत की पूजा के लिए भगवान शिव, माता पार्वती और गणेशजी की मूर्तियां खरीद लें। चाहें तो पुरानी मूर्ति से काम चला सकती हैं।

 पूजा का सामान

  • रोली
  • देसी घी
  • लाल बिंदी, लाल चूड़ी
  • तीज माता के लिए लाल चुनरी
  • धूप बत्ती
  • रुई या रुई की बत्ती
  • मां पार्वती के लिए एक हरी साड़ी और सुहाग का सामान खरीद लें क्योंकि बिना 16 श्रृंगार के माता पार्वती की पूजा अधूरी होगी।
  • 16 श्रृंगार में सिंदूर, बिंदी, बिछुआ, मेहंदी, चूडियां, महौर, खोल, कुमकुम, कंघी, इत्र आदि शामिल होते हैं, इन्हें भी खरीदें।
  • कलश, अक्षत्, दूर्वा, तेल, घी, कपूर, अबीर, श्रीफल, चंदन, गाय का दूध, गंगाजल, दही, चीनी, शहद और पंचामृत चीजें भी हरियाली व्रत पूजा के लिए खरीदें

ऐसे में करें पूजा

हिंदू मान्यता के अनुसार, तीज पर नई यानी कोरी साड़ी पहनकर मां का पूजन किया जाता है। लेकिन आप अपने शादी की साड़ी या लहंगा पहनकर भी पूजा कर सकती हैं। साथ ही अपनी किसी अन्य पसंदीदा साड़ी को भी पहन सकती हैं। इस दिन ज्यादातर महिलाएं सुर्ख लाल, मरून, पीली और हरी साड़ियां मुख्य रूप से पहनती हैं। क्योंकि ये रंग सुहाग और सौभाग्य के प्रतीक होते हैं।पूजा के लिए पूजा चौकी बना लें। पीला वस्त्र, केला के पत्ते, जनेऊ, कच्चा सूत, नए वस्त्र, बेलपत्र, धतूरा, भांग, शमी पत्र, कपड़ा, एक जोड़ी जनेऊ/यज्ञोपवीत का इंतजाम पहले से करके रखें, क्योंक भगवान शिव और गणेश जी को ये चढ़ाना होता है। पूजा के दौरान आप अपने हाथ में कलावा बांधे तथा परिवार के अन्य सदस्यों को भी कलावा बांधें। यह सकारात्मकता और आत्मबल बढ़ाने में मदद करता है। इसके साथ ही आपको भावनात्मक मजबूती भी देता है।

जानिये- शुभ मुहूर्त

पंचांग के अनुसार, हरियाली तीज व्रत की पूजा 11 अगस्त को सुबह 4 बजकर 24 मिनट से 5 बजकर 17 मिनट तक है। उसके बाद दोपहर 2 बजकर 30 मिनट से 3 बजकर 7 मिनट तक है। इसके अलावा, इस दिन रवि योग भी बन रहा है। ये सुबह 10 बजकर 42 मिनट से शुरू होकर रात तक रहेगा।

दिल्ली-एनसीआर के बाजार में कर सकती हैं खरीदारी

दिल्ली-एनसीआर में कोरोना वायरस संक्रमण के मामले कम हुए हैं, लेकिन कोरोना गया नहीं हैं। ऐसे में महिलाएं बेहद सतर्क होकर बाजार में खरीदारी करने के लिए जाएं। हरियाली तीज पर पूजा के दौरान तीज माता को कलावा अर्पित करना होता है। ऐसे में मोली या कलावा जरूर खरीदें। 

इन बाजारों में खरीदारें करें

  • सदर बाजार
  • नोएडा सेक्टर-18 मार्केट
  • सरोजनीनगर
  • लाजपतनगर
  • लक्ष्मीनगर मार्केट
  • घंटाघर (गाजिायाबाद)