China Canada Relations 2021: कनाडा के नागरिकों को चीन में मिली सजा के बाद दोनों देशों में छिड़ी जुबानी जंग, जानें- ड्रैगन की प्रतिक्रिया

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चीन ने कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के उस बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्‍यक्‍त की है जिसमें उन्‍होंने अपने दो नागरिकों को चीन कोर्ट द्वारा सुनाई गई सजा को असंवैधानिक और गलत बताया था। चीन के विदेश मंत्रालय और कनाडा में स्थित चीन के दूतावास की तरफ से ये भी कहा गया है कि दो कनाडाई नागरिकों की गिरफ्तारी और उन्‍हें सजा मिलना बदले की कार्रवाई के तहत नहीं दी गई है। ये सजा उन्‍हें देश की एक पारदर्शी न्‍यायिक प्रक्रिया के तहत मिली है।

आपको बता दें कि तीन कनाडाई नागरिकों को वर्ष 2018 में जासूसी के आरोपों में गिरफ्तार किया गया था। इनमें से एक नागरिक को चीन की अदालत ने फांसी और दूसरे को 11 वर्ष की सजा सुनाई है। वहीं तीसरे नागरिक के मामले में सुनवाई पूरी हो चुकी है और अब केवल फैसले का इंतजार है। सजा पाने वाले दो में से एक नागरिक पूर्व डिप्‍लोमेट है जबकि दूसरा व्‍यवसायी है।

चीन की तरफ से कहा है कि इन दोनों नागरिकों की सजा पर कनाडाई पीएम की तीखी प्रतिक्रिया पूरी तरह से आधारहीन है। उनका इस बारे में दिया गया बयान चीन की न्‍यायिक संप्रभुता में हस्‍तक्षेप है, जिसको स्‍वीकार नहीं किया जा सकता है। चीन ने पीएम ट्रूडो के बयान को अत्‍यधिक अकारण, अत्‍यधिक निरर्थक और अत्‍यधिक अभिमान से भरा बताया है। चीन ने कहा है कि वो कनाडाई पीएम के बयानों का कड़े स्‍वर में खंडन करता है।आपको बता दें कि ट्रूडो ने अपने बयान में चीन पर आरोप लगाया था कि उन्‍होंने अंतरराष्‍ट्रीय नियमों को ताक पर रखते हुए ये कदम उठाया है। उनका आरोप था कि इस मामले में चीन ने कोई पारदर्शिता नहीं रखी। इतना ही नहीं उन्‍होंने ये भी कहा वो अपने तीनों नागरिकों को वापस लाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ेंगे। इसके लिए वो पूरी मेहनत कर रहे हैं।

गौरतलब है कि कनाडाई नागरिक मिशेल स्‍पवोर और मिशेल कोवरिंग की गिरफ्तारी कनाडा में हुवाई के मेंग वांझू की गिरफ्तारी के कुछ दिन बाद हुई थी। इसको देखते हुए कनाडा ने चीन पर आरोप लगाया है कि उसके नागरिकों की गिरफ्तारी एक बदले की कार्रवाई है। गौरतलब है कि मेंग को कनाडा के वैंकोवर में अमेरिकी अनुरोध के बाद 1 दिसंबर 2018 को गिरफ्तार किया गया था। चीन के विदेश मंत्रालय के प्रवक्‍ता हुआ चुनयिंग ने पत्रकारों से कहा कि एक पारदर्शी प्रक्रिया के तहत ये पूरा मामला अपने अंजाम तक पहुंचा है। उन्‍होंने ये भी कहा कि दोषी कनाडाई नागरिकों के सभी कानूनी अधिकार पूरी तरह से सुरक्षित हैं।