अफगानिस्तान से लौटे रूबी-माया और बॉबी अब छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियान में करेंगे काम
अफगानिस्तान में ITBP सुरक्षा कमांडो सुरक्षा दल में शामिल तीन खोजी कुत्ते रूबी-माया और बॉबी को अब जल्दी ही छत्तीसगढ़ के नक्सल विरोधी अभियानों में तैनात किया जाएगा। अफानिस्तान पर तालिबान का नियंत्रण होने के बाद मंगलवार को वहां से सैन्य विमान से गाजियाबाद के हिंडन वायु सेना अड्डे पर उतरने के बाद तीनों खोजी कुत्तों- रूबी (मादा. बेल्जियन मेलिनोइस नस्ल), माया (मादा. लेब्राडोर) तथा बॉबी (नर. डॉबरमैन) को दक्षिण पश्चिम दिल्ली के छावला स्थित भारतीय तिब्बत सीमा पुलिस (ITBP) के शिविर में भेजा गया। इन तीनों ने काबुल में भारतीय दूतावास एवं इसके राजनयिक कर्मचारियों की सुरक्षा में तैनात ITBP कमांडो दस्ते के साथ तीन साल तक अपनी सेवाए दी।
आधिककारिक सूत्रों ने बताया कि इन तीनों खोजी कुत्तों ने कई परिष्कृत विस्फोटक उपकरणों का पता लगाया और न केवल भारतीय राजनयिकों के जीवन की रक्षा की बल्कि वहां काम करने वाले अफगान नागरिकों का भी जीवन बचाया। उन्होंने बताया कि इन तीनों को जल्दी ही छत्तीसगढ़ में नक्सल विरोधी अभियानों में शामिल ITBP इकाईयों के साथ तैनात किया जाएगा। बता दें कि इन ऱखोजी कुत्तों को विदेश में तैनाती देने से पहले चंडीगढ़ के भानु स्थित ITBP खोजी कुत्ते राष्ट्रीय प्रशिक्षण केंद्र (NTCD) में प्रशिक्षित किया गया था।