COVID Third Wave: कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच ICMR ने बच्चों को लेकर दिया बड़ा बयान
देश में कोरोना का ग्राफ घटता- बढ़ता हुआ दिखाई दे रहा है। हालंकि कुछ राज्य ऐसे जहां नए कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है। इसी बीच ICMR में महामारी विज्ञान और संचारी रोगों के प्रमुख डॉ समीरन पांडा कोरोना की तीसरी लहर को लेकर बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा है कि जिन राज्यों पर कोरोना के दूसरी लहर का असर नहीं देखा गया था, वहां अब कोरोना के मामले बढ़ते दिख रहे हैं, जो कोरोना की तीसरी लहर के शुरुआती संकेत हो सकते हैं।
भारत में कोविड-19 के 42,909 नए मामले
वहीं भारत में एक दिन में कोविड-19 के 42,909 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना वायरस संक्रमितों की संख्या बढ़कर 3,27,37,939 हो गई। वहीं, लगातार छठे दिन उपचाराधीन मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी दर्ज की गई। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से सोमवार को सुबह आठ बजे जारी किए गए अद्यतन आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण से 380 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या बढ़कर 4,38,210 हो गई। देश में उपचाराधीन मरीजों की संख्या बढ़कर 3,76,324 हो गई है, जो कुल मामलों का 1.15 प्रतिशत है। पिछले 24 घंटे में उपचाराधीन मरीजों की संख्या में कुल 7,766 की बढ़ोतरी दर्ज की गई। मरीजों के ठीक होने की राष्ट्रीय दर 97.51 प्रतिशत है। आंकड़ों के अनुसार, देश में अभी तक कुल 52,01,46,525 नमूनों की कोविड-19 संबंधी जांच की गई है, जिनमें से 14,19,990 नमूनों की जांच रविवार को की गई। दैनिक संक्रमण दर 3.02 प्रतिशत है, जो पिछले 35 दिन से तीन प्रतिशत से कम है।
वहीं, साप्ताहिक संक्रमण दर 2.41 प्रतिशत है, जो पिछले 65 दिन से तीन प्रतिशत से कम है। देश में अभी तक कुल 3,19,23,405 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं और कोविड-19 मृत्यु दर 1.34 प्रतिशत है। देश में बृहस्पतिवार सुबह तक कोविड-19 रोधी टीकों की कुल 63.43 करोड़ खुराक दी जा चुकी हैं। देश में पिछले साल सात अगस्त को संक्रमितों की संख्या 20 लाख, 23 अगस्त को 30 लाख और पांच सितम्बर को 40 लाख से अधिक हो गई थी। वहीं, संक्रमण के कुल मामले 16 सितम्बर को 50 लाख, 28 सितम्बर को 60 लाख, 11 अक्टूबर को 70 लाख, 29 अक्टूबर को 80 लाख और 20 नवम्बर को 90 लाख के पार चले गए। देश में 19 दिसम्बर को ये मामले एक करोड़ के पार, चार मई को दो करोड़ के पार और 23 जून को तीन करोड़ के पार चले गए थे।