बिरसा मुंडा की जयंती (15 नवंबर) को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के तौर पर मनाया जाना जनजातीय समुदाय के लिए गर्व की बात है : राजेश मित्तल
मुंबई, मामेंद्र कुमार : फिल्म समीक्षक कालीदास पांडे ने बताया कि दादर (मुम्बई) स्थित रणजीत स्टूडियो के परिसर में वरिष्ठ फिल्म पत्रकार अरुण कुमार शास्त्री की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में फिल्मकार राजेश मित्तल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्रीय मंत्रिमंडल द्वारा ’15 नवंबर’ को जनजातीय दिवस के रूप में घोषित करने की मंजूरी दिए जाने की निर्णय की सराहना करते हुए कहा कि धरती आबा भगवान बिरसा मुंडा की जयंती (15 नवंबर) को ‘जनजातीय गौरव दिवस’ के तौर पर मनाया जाएगा। यह दिवस जनजातीय क्रांतिकारी नायकों को और उनके योगदान को याद करने का बेहद ही अनूठा प्रयास है। भारत के स्वतंत्रता संग्राम में जनजातीय समुदाय का उल्लेखनीय योगदान रहा है। केंद्रीय मंत्रिमंडल के निर्णय के आलोक में आगामी 15 से 22 नवंबर तक ‘आजादी के अमृत महोत्सव’ के तहत पूरे देश में जनजातीय महोत्सव मनाया जाना पूरे जनजातीय समुदाय के लिए गर्व की बात है। उन्होंने अपने व्यक्तव्य के दौरान 15 नवंबर को जनजातीय गौरव दिवस के रूप में मनाने के निर्णय के लिए इंडियन मोशन प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन और वेस्टर्न इंडिया फिल्म प्रोड्यूसर्स एसोसिएशन और पूरे जनजातीय समुदाय की ओर से इस पुनीत कार्य के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आभार भी व्यक्त किया।
चतरा (झारखंड) के मूल निवासी निर्माता निर्देशक राजेश मित्तल 80 के दशक से बॉलीवुड में क्रियाशील हैं और अब तक 45 हिंदी फीचर फिल्मों का निर्माण कर चुके हैं। झारखंड के धरती आबा क्रान्तिकारी बिरसा मुंडा के जीवन गाथा पर भी एक बायोपिक फिल्म-‘बिरसा- द ब्लैक आयरन मैन’ राजेश मित्तल बना चुके हैं। बॉलीवुड में राजेश मित्तल को छोटे बजट की फिल्मों का स्टार मेकर माना जाता है। फ़िलवक्त फिल्म निर्माण के साथ साथ राजेश मित्तल फ़िल्म वितरण व्यवसाय से भी जुड़ गए हैं और अपनी प्रतिभा के बदौलत बॉलीवुड में झारखंड के नाम रौशन कर रहे हैं।