लाला लाजपतराय के बलिदान ने गरम दल को उर्जा दी-राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य

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दिल्ली, मामेंद्र कुमार : केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में “ईश्वर का ज्ञान जीवों का कल्याण” विषय पर गोष्ठी व पंजाब केसरी लाला लाजपतराय के 93 वे बलिदान दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई । यह कॅरोना काल में 314 वा वेबिनार था । आचार्य हरिओम शास्त्री ने कहा कि सृष्टि की रचना परमात्मा ने मानव मात्र के लिए की है और उसके लाभ भी सभी के लिए समान रूप से है । वेद ईश्वरीय ज्ञान है सभी उसे पढ़ व समझ सकते है । परमात्मा ने जीव जंतुओं को भी बनाया है उन्हें मारना परमात्मा की व्यवस्था का उलंघन है । हमें शाकाहार पर बल देना चाहिए और मांसाहार का सेवन नहीं करना चाहिए ।

केन्द्रीय आर्य युवक परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल आर्य ने कहा कि स्वतंत्रता संग्राम के महान सेनानी लाला लाजपतराय जी का बलिदान दिवस युवाओं के लिए प्रकाशपुंज है । उल्लेखनीय है और 17 नवम्बर 1928 को लाहौर में उनका बलिदान हुआ था । जलियांवाला बाग हत्याकांड के बाद लाला लाजपतराय जी ने लाहौर में साईमन कमीशन गो बैक के आंदोलन का नेतृत्व किया और अंग्रेजी हकूमत की पुलिस की लाठियों से शहीद हो गए । भगतसिंह, राजगुरु, सुखदेव ने उनकी मौत का बदला लिया । लाला जी ने कहा था कि मेरे शरीर पर पड़ी एक एक लाठी ब्रिटिश सरकार के लिए कफन का काम करेगी और वो सही सिद्ध हुआ, पूरा पंजाब क्रांति की आग में सुलग पड़ा और अंग्रेजों को भारत छोड़ कर जाना पड़ा । पंजाब नेशनल बैंक और डी ए वी मैनेजिंग कमेटी की स्थापना में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही ।

मुख्य अतिथि वीरेन्द्र आहूजा ने निर्धन वर्ग के बच्चों को शिक्षा व रोजगार देने का संकल्प लिया । अध्यक्ष महेन्द्र प्रताप नागपाल(आंतरिक लोकपाल,पी एन बी) ने लाला लाजपतराय जी को श्रद्धांजलि देते हुए उनके पदचिन्हों पर चलने का आह्वान किया । राष्ट्रीय मंत्री प्रवीन आर्य ने कहा कि व्यक्ति जन्म से सब बराबर होते हैं कर्म से ही व्यक्ति का वर्ण निश्चित होता है ।
गायिका प्रवीना ठक्कर, दीप्ति सपरा, रजनी चुघ,आशा आर्या,कमलेश चांदना,सुशांता अरोड़ा, सुदेश डोगरा, कविता आर्या,कमला हंस,कुसुम भंडारी आदि के मधुर भजन हुए ।